Sunday, September 19, 2010

केर सांगरी की सब्जी (पंचकुटा)


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कैर,कुमटिया सांगरी,
काचर बोर मतीर |
तीनूं लोकां नह मिलै,
तरसै देव अखीर ||

कैर,कुमटिया,सांगरी,काचर,बेर और मतीरे राजस्थान को छोड़कर तीनों लोकों में दुर्लभ है इनके लिए तो देवता भी तरसतें रहते है |

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